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कुनियत / केदारमान व्यथित
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05:58, 20 जुलाई 2017
कमजोर धेरैकै हातबाट मुक्त गरेर
पृथ्वीलाइ पाञ्चालीकै गौरव प्रदान गर्ने कामनाले
सल्लाह गर्दैछौ आपसमा पाँचौटै भाइ
*
~
हामीहरु ।
-------
*
~
शक्ति राष्ट्रहरु
</poem>
Sirjanbindu
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