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"राजधानी में बैल 2 / उदय प्रकाश" के अवतरणों में अंतर
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मेरा छाता | मेरा छाता | ||
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धरती को पानी में घुल जाने से | धरती को पानी में घुल जाने से | ||
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बैल को मैं अपने छाते के नीचे ले आना चाहता हूं | बैल को मैं अपने छाते के नीचे ले आना चाहता हूं | ||
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आकाश , पृथ्वी और उसे भीगने से बचाने के लिए | आकाश , पृथ्वी और उसे भीगने से बचाने के लिए | ||
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लेकिन शायद | लेकिन शायद | ||
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कुछ छोटा है यह छाता । | कुछ छोटा है यह छाता । | ||
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22:52, 10 नवम्बर 2009 का अवतरण
एक सफ़ेद बादल
उतर आया है नीचे
सड़क पर
अपने सींग पर टांगे हुए आकाश
पृथ्वी को अपने खुरों के नीचे दबाए अपने वजन भर
आंधी में उड़ जाने से उसे बचाते हुए
बौछारें उसके सींगों को छूने के लिए
दौड़ती हैं एक के बाद एक
हवा में लहरें बनाती हुईं
मेरा छाता
धरती को पानी में घुल जाने से
बचाने के लिए हवा में फड़फड़ाता है
बैल को मैं अपने छाते के नीचे ले आना चाहता हूं
आकाश , पृथ्वी और उसे भीगने से बचाने के लिए
लेकिन शायद
कुछ छोटा है यह छाता ।