भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बेसुध है आदमी / नीरजा हेमेन्द्र

No change in size, 11:30, 1 सितम्बर 2018
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavitaKKCatGhazal}}
<poem>
आँधी बयार में, बेसुध है आदमी,
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,151
edits