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"आओ फिर से दिया जलाएँ / अटल बिहारी वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर
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हम पड़ाव को समझे मंज़िल | हम पड़ाव को समझे मंज़िल | ||
लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल | लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल | ||
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आने वाला कल न भुलाएँ। | आने वाला कल न भुलाएँ। | ||
आओ फिर से दिया जलाएँ। | आओ फिर से दिया जलाएँ। |
05:48, 12 सितम्बर 2018 का अवतरण
आओ फिर से दिया जलाएँ
भरी दुपहरी में अँधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें-
बुझी हुई बाती सुलगाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
हम पड़ाव को समझे मंज़िल
लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल
वर्त्तमान के मोहजाल में-
आने वाला कल न भुलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ।
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
अपनों के विघ्नों ने घेरा
अंतिम जय का वज़्र बनाने-
नव दधीचि हड्डियाँ गलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ