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"न´् करिहें गुमान / उमेश बहादुरपुरी" के अवतरणों में अंतर

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ई देहिया पर न´् करिहें गुमान।
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ई देहिया पर नञ्  करिहें गुमान
न´् काम देतउ तोरा रे नादान।।
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नञ्  काम देतउ तोरा रे नादान
बेटवा-पुतहुआ ले रात-दिन सोंच हें।
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बेटवा-पुतहुआ ले रात-दिन सोंच हें
पोतवा-पोतिया ले दोसर के नोचऽ हें।
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पोतवा-पोतिया ले दोसर के नोचऽ हें
चढ़के छतिया पर लेतउ तोहर जान।। न´् ....
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चढ़के छतिया पर लेतउ तोहर जान न´् ....
 
बेटिया आउ दमदा ले सब-कुछ करऽ हे।
 
बेटिया आउ दमदा ले सब-कुछ करऽ हे।
 
नतिया-नतिनियाँ ले रात-दिन मरऽ हें।
 
नतिया-नतिनियाँ ले रात-दिन मरऽ हें।
 
हो जइतउ ऊ तो एक-दिन बेईमान।। न´् ....
 
हो जइतउ ऊ तो एक-दिन बेईमान।। न´् ....
अभियो तूँ कर ले शिव के भजनियाँ।
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अभियो तूँ कर ले शिव के भजनियाँ
बन जइमे रजवा बन जइमे रनियाँ।
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बन जइमे रजवा बन जइमे रनियाँ
गोड़ छूतउ तोहर धरती-असमान।। न´् ....
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गोड़ छूतउ तोहर धरती-असमान
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नञ्  ....
  
 
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15:17, 13 मार्च 2019 के समय का अवतरण

ई देहिया पर नञ् करिहें गुमान
नञ् काम देतउ तोरा रे नादान
बेटवा-पुतहुआ ले रात-दिन सोंच हें
पोतवा-पोतिया ले दोसर के नोचऽ हें
चढ़के छतिया पर लेतउ तोहर जान न´् ....
बेटिया आउ दमदा ले सब-कुछ करऽ हे।
नतिया-नतिनियाँ ले रात-दिन मरऽ हें।
हो जइतउ ऊ तो एक-दिन बेईमान।। न´् ....
अभियो तूँ कर ले शिव के भजनियाँ
बन जइमे रजवा बन जइमे रनियाँ
गोड़ छूतउ तोहर धरती-असमान
नञ् ....