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"कैसे कहूँ / अजित कुमार" के अवतरणों में अंतर

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हर बात जो कही थी,
 
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हर काम जो किया,
 
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हर पीर जो सही थी,
 
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हर नाम जो लिया...
 
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कैसे कहूँ, अनामे।
 
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हर एक में तुम्हीं थीं,
 
हर एक में तुम्हीं थीं,
 
 
विपदा न कम रही थी,
 
विपदा न कम रही थी,
 
 
संघर्ष में जिया।
 
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19:41, 1 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

हर बात जो कही थी,
हर काम जो किया,
हर पीर जो सही थी,
हर नाम जो लिया...
कैसे कहूँ, अनामे।
हर एक में तुम्हीं थीं,
विपदा न कम रही थी,
संघर्ष में जिया।