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"ज्ञानी / ईहातीत क्षण / मृदुल कीर्ति" के अवतरणों में अंतर

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08:22, 20 अगस्त 2008 के समय का अवतरण

अपने अज्ञान- को देखना ही ज्ञानी होना है.
और
ज्ञान पूर्वक जीना ही
हर पल मुक्त होना है.