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"कई तरह के साँप / नोमान शौक़" के अवतरणों में अंतर

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बस यह बताना चाहता था
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किसी किसी के तो दो मुँह भी होते हैं<br />
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कबूतरों के अंडों को कुचलने का
लेकिन ये सब बताने के लिए तो<br />
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ताकि पक्षी अपनी नस्ल बचाने के लिए
ढेर सारी किताबें और <br />
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चलें जाएँ साँपों के इलाक़े छोड़कर
कई चैनल मौजूद हैं टी०वी० के<br />
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दाढ़ियाँ भी हो सकती हैं
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या किसी शमशान की भभूत भी
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केसरिया या हरी पगड़ियाँ भी हो सकती हैं
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इनके सरों पर
  
मैं तो<br />
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अलाउद्दीन के जिन की तरह
बस यह बताना चाहता था<br />
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कभी भी, कही भी
साँपों के दो पाँव भी होते हैं<br />
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किसी भी शक्ल में
जिनसे वे काम लेते हैं<br />
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कबूतरों के अंडों को कुचलने का<br />
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ताकि पक्षी अपनी नस्ल बचाने के लिए<br />
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चलें जाएँ साँपों के इलाक़े छोड़कर<br />
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साँपों के चेहरे पर<br />
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दाढ़ियाँ भी हो सकती हैं<br />
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माथे पर सजदे के निशान<br />
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या किसी शमशान की भभूत भी<br />
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केसरिया या हरी पगड़ियाँ भी हो सकती हैं<br />
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इनके सरों पर<br />
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कभी भी, कही भी<br />
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किसी भी शक्ल में<br />
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पाए जा सकते हैं साँप !
 
पाए जा सकते हैं साँप !
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16:23, 16 अगस्त 2009 के समय का अवतरण

कई तरह के होते हैं साँप
रेंगने वाले
उड़ने वाले
समुन्दरों में तैरने वाले
किसी किसी के तो दो मुँह भी होते हैं
लेकिन ये सब बताने के लिए तो
ढेर सारी किताबें और
कई चैनल मौजूद हैं टी. वी. के

मैं तो
बस यह बताना चाहता था
साँपों के दो पाँव भी होते हैं
जिनसे वे काम लेते हैं
कबूतरों के अंडों को कुचलने का
ताकि पक्षी अपनी नस्ल बचाने के लिए
चलें जाएँ साँपों के इलाक़े छोड़कर
साँपों के चेहरे पर
दाढ़ियाँ भी हो सकती हैं
माथे पर सजदे के निशान
या किसी शमशान की भभूत भी
केसरिया या हरी पगड़ियाँ भी हो सकती हैं
इनके सरों पर

अलाउद्दीन के जिन की तरह
कभी भी, कही भी
किसी भी शक्ल में
पाए जा सकते हैं साँप !