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<poem>
बारबरा तुम्हें याद है
लगातार बारिश हो रही थी भस्ट<ref>पश्चिमी फ़्रांस में अटलाण्टिक महासागर के तट पर बसा बसे नगर ब्रेस्ट का फ़्रांसीसी उच्चारण</ref> में उस दिन
और तुम मुस्कुराती हुई चल रही थीं
जगमगाती, प्रसन्नचित्त मुक्त-मन
और तुम कितना बदल गईं
इस लौह बारिश में भीगकर
ख़ूनी लौह अग्नि में डूबीं<ref>यह कविता जॉक ज़ाक प्रेवेर ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद 1946 में लिखी थी</ref>  
जिसने भी तुम्हें गले लगाया प्यार से
वह मर गया, हो गया लापता, या हो सकता है जीवित हो
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