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एक-एक कर जला दिए गए हैं पुल | एक-एक कर जला दिए गए हैं पुल |
23:35, 31 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण
एक-एक कर जला दिए गए हैं पुल
अरसा हो गया हमें
आर-पार बँटे हुए
बाहर-भीतर
हमारे सामने नदी में गिरकर
डूब गए है कुछ लोग
नदी का क्या बिगड़ता है
पुलों के होने न होने से
हम ही
पड़ गए हैं अलग-थलग
सदियों दूर
आमने-सामने