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"प्रेम और स्पर्श / अमिता प्रजापति" के अवतरणों में अंतर
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मेरे दो बच्चे हैं | मेरे दो बच्चे हैं |
00:12, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
प्रेम और स्पर्श
मेरे दो बच्चे हैं
स्पर्श कुछ अधिक चंचल है
दौड़ता है दूर-दूर तक
पूछ-पूछ कर
परेशान रखता है अधिकांश
दूसरा-
प्रेम ज़रा गम्भीर है
बहुत संकट में ही माँ पुकारता है
और अधिकतर समय
ख़ुद ही
अपनी माँ बना रहता है।