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"अस्तित्व / रंजना भाटिया" के अवतरणों में अंतर
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21:48, 17 फ़रवरी 2009 का अवतरण
रिश्तों से बंधी
पर कई खंडों में खंडित
"हाय, ओ रब्बा!"
कहीं
तो मुझे
मेरे अस्तित्व के साथ
जीने दे!!