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मोहम्मद मीर उर्फ '''[[मीर तक़ी 'मीर']]''' (1723 - 1810) उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के महान शायर थे। मीर का जन्म आगरा मे हुआ था| उनका बचपन अपने पिता की देख रेख मे बीता| उनके जीवन में प्यार और करुणा के महत्त्व के प्रति नजरिये का, मीर के जीवन पे गहरा प्रभाव पड़ा| इसकी झलक उनके शेरो मे भी देखने को मिलती है|
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मोहम्मद मीर उर्फ '''[[मीर तक़ी 'मीर']]''' (1723 - 1810) उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के महान शायर थे। मीर का जन्म आगरा मे हुआ था। उनका बचपन अपने पिता की देख रेख मे बीता। उनके जीवन में प्यार और करुणा के महत्त्व के प्रति नजरिये का, मीर के जीवन पे गहरा प्रभाव पड़ा। इसकी झलक उनके शेरो मे भी देखने को मिलती है।
 
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19:41, 18 फ़रवरी 2009 का अवतरण

 रेखांकित रचनाकार
Meer.jpg

मोहम्मद मीर उर्फ मीर तक़ी 'मीर' (1723 - 1810) उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के महान शायर थे। मीर का जन्म आगरा मे हुआ था। उनका बचपन अपने पिता की देख रेख मे बीता। उनके जीवन में प्यार और करुणा के महत्त्व के प्रति नजरिये का, मीर के जीवन पे गहरा प्रभाव पड़ा। इसकी झलक उनके शेरो मे भी देखने को मिलती है।