भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सतपाल 'ख़याल'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
}} | }} | ||
* [[मैं शायर हूँ ज़बाँ मेरी कभी उर्दू कभी हिंदी / सतपाल 'ख़याल']] | * [[मैं शायर हूँ ज़बाँ मेरी कभी उर्दू कभी हिंदी / सतपाल 'ख़याल']] | ||
+ | * [[हमारे दिल की मत पूछो बड़ी मुश्किल में रहता है / सतपाल 'ख़याल']] | ||
* [[इतने टुकड़ों में बँट गया हूँ मैं / सतपाल 'ख़याल']] | * [[इतने टुकड़ों में बँट गया हूँ मैं / सतपाल 'ख़याल']] | ||
* [[लो चुप्पी साध ली माहौल ने सहमे शजर बाबा / सतपाल 'ख़याल']] | * [[लो चुप्पी साध ली माहौल ने सहमे शजर बाबा / सतपाल 'ख़याल']] |
07:36, 26 फ़रवरी 2009 का अवतरण
सतपाल 'ख़याल'
जन्म | |
---|---|
उपनाम | 'ख़याल' |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
/ परिचय |
- मैं शायर हूँ ज़बाँ मेरी कभी उर्दू कभी हिंदी / सतपाल 'ख़याल'
- हमारे दिल की मत पूछो बड़ी मुश्किल में रहता है / सतपाल 'ख़याल'
- इतने टुकड़ों में बँट गया हूँ मैं / सतपाल 'ख़याल'
- लो चुप्पी साध ली माहौल ने सहमे शजर बाबा / सतपाल 'ख़याल'
- वो आ जाए ख़ुदा से की दुआ अक्सर / सतपाल 'ख़याल'
- मत ज़िक्र कर तू सबसे मत पूछ हर किसी को / सतपाल 'ख़याल'
- दरिया से तालाब हुआ हूँ / सतपाल 'ख़याल'
- खौफ़ से सहमी हुई है खून से लथपथ पड़ी / सतपाल 'ख़याल'
- उम्र भर तड़पे सहर के वास्ते / सतपाल 'ख़याल'
- कच्चा मकान उसपे बरसात का भी डर है / सतपाल 'ख़याल'
- हुक्म चलता है तेरा तेरी ही सरदारी है / सतपाल 'ख़याल'