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"जल नहीं है / अश्वघोष" के अवतरणों में अंतर
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अब नदी में जल | अब नदी में जल |
16:57, 8 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
अब नदी में जल
नहीं है
पत्थरों पर
लेटकर खामोश,
बादलों का पढ़ रही अफसोस
सत्य है अटकल नहीं है
अब नदी में जल
नहीं है
दूर, कितने
दूर हैं अब तट,
आती नहीं पदचाप की आहट
पक्षियों की भी, कोई
हलचल नहीं है
अब
नदी में
जल नहीं है