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"अवशेष / ऋषभ देव शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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खून के,
 
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दूध के
 
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और परस्पर झूठे पानी के।
 
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ठेके ही बाकी हैं
 
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कुर्सी के,
 
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धर्म के,
 
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माफिया गिरोहों के।।
 
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03:44, 22 अप्रैल 2009 का अवतरण

रिश्ते सब टूट गए
खून के,
दूध के
और परस्पर झूठे पानी के।

ठेके ही बाकी हैं
कुर्सी के,
धर्म के,
माफिया गिरोहों के।।