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"एक अदहन हमारे अन्दर / अभिज्ञात" के अवतरणों में अंतर
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22:47, 4 नवम्बर 2009 का अवतरण
हम 
जो कि एक साथ
पूँछ और मूँछ 
दोनों की चिंता में एक साथ व्यग्र हैं
बचाते हैं अपना घर।
जिस पर हम
सारी उम्र
पतीले की तरह चढ़ते हैं।
एक अदहन हमारे अन्दर 
खौलता रहता है निरंतर।
	
	