"मोसे नैना मिलाइके/छाप तिलक / आनंद बख़्शी" के अवतरणों में अंतर
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लता: अपनी छब बनायके | लता: अपनी छब बनायके |
23:21, 9 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
लता: अपनी छब बनायके
जो मैं पी के पास गयी
आशा: अपनी छब बनायके
जो मैं पी के पास गयी
दोनों: जब छब देखी पीहू की
सो मैं अपनी भूल गयी
ओ, (छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलायके) -२
छाप तिलक
लता: सब छीनी रे मोसे नैना
नैना, मोसे नैना
नैना रे, मोसे नैना मिलायके
नैना मिलायके
दोनों: छाप तिलक सब छीनी रे मोसे
आशा: नैना, (नैना मिलायके) -२
दोनों: छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलायके
लता: ए री सखी
(मैं तोसे कहूँ) -२
हाय तोसे कहूँ
मैं जो गयी थी
(पनिया भरन को) -३
छीन झपट मोरी मटकी पटकी
छीन झपट मोरी झपट मोरी मटकी पटकी
नैना मिलायके
दोनों: छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलायके
आशा: (बल-बल जाऊँ मैं) -२
(तोरे रंग रजेवा) -२
(बल-बल जाऊँ मैं) -२
(तोरे रंग रजेवा) -३
(अपनी-सी) -३
रंग लीनी रे मोसे
नैना मिलायके
दोनों: छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलायके
आशा: ए री सखी
(मैं तोसे कहूँ) -२
हाय तोसे कहूँ
लता: (हरी हरी चूड़ियाँ) -२
(गोरी गोरी बहियाँ) -२
हरी हरी चूड़ियाँ
(गोरी गोरी बहियाँ) -३
(बहियाँ पकड़ हर लीनी) -२
रे मोसे नैना मिलायके
दोनों: छाप तिलक सब छीनी रे मोसे
आशा: नैना
(नैना मिलायके) -३
दोनों: छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलायके