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"वह नहीं कहती / अशोक वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर
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22:44, 1 नवम्बर 2006 का अवतरण
कवि: अशोक वाजपेयी
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उसने कहा
उसके पास एक छोटा सा हृदय है
जैसे धूप कहे
उसके पास थोड़ी सी रौशनी है
आग कहे
उसके पास थोड़ी सी गरमाहट---
धूप नहीं कहती उसके पास अंतरिक्ष है
आग नहीं कहती उसके पास लपटें
वह नहीं कहती उसके पास देह ।