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"दलित जन पर करो करुणा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"" के अवतरणों में अंतर

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<poem>दलित जन पर करो करुणा।
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19:53, 10 अक्टूबर 2009 का अवतरण

दलित जन पर करो करुणा।
दीनता पर उतर आये
प्रभु, तुम्हारी शक्ति वरुणा।

हरे तन मन प्रीति पावन,
मधुर हो मुख मनोभावन,
सहज चितवन पर तरंगित
हो तुम्हारी किरण तरुणा

देख वैभव न हो नत सिर,
समुद्धत मन सदा हो स्थिर,
पार कर जीवन निरंतर
रहे बहती भक्ति वरूणा