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"एक शे’र१ / अली सरदार जाफ़री" के अवतरणों में अंतर
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23:46, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
एक शे’र१
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कमज़रफ़ी-ए-गुफ़्तार है दुश्नाम-तराज़ी
तहज़ीब तो शाइस्तगी-ए-दीदए-तर<ref>नम आँखों की शालीनता</ref> है
शब्दार्थ
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