भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जीने की कला / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 20: पंक्ति 20:
 
* [[दुनिया कैसे बचे / त्रिलोचन]]
 
* [[दुनिया कैसे बचे / त्रिलोचन]]
 
* [[आदमी और जानवर / त्रिलोचन]]
 
* [[आदमी और जानवर / त्रिलोचन]]
 +
* [[नाम क्या है-क्या कहते हैं / त्रिलोचन]]

09:20, 6 नवम्बर 2009 का अवतरण


जीने की कला
रचनाकार त्रिलोचन
प्रकाशक किताबघर, 24,अंसारी रोड, दरियागंज, नई दिल्ली-110002
वर्ष 2003
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ 112
ISBN 81-7016-612-x
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।