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"रिश्ते / आकांक्षा पारे" के अवतरणों में अंतर

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11:48, 8 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

बिना आवाज़
टूटते हैं रिश्ते
या
उखड़ जाते हैं
जैसे
धरती का सीना फाड़े
मजबूती से खड़ा
कोई दरख़्त
आंधी से हार कर
छोड़ देता है अपनी जड़े!