भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"छोटी औरत / चंद्र रेखा ढडवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
|रचनाकार=चन्द्र रेखा ढडवाल
+
|रचनाकार=चंद्र रेखा ढडवाल
  
 
|संग्रह=
 
|संग्रह=

22:52, 29 नवम्बर 2009 का अवतरण


औरत (दो)

क़दमताल करती है औरत
कभी तेज़ कभी धीमे
जैसी बजती है धुन
नाचती है उसपर
कभी हँस कर
कभी रो कर

पाँवों को एक क्रम से
उठाने-बिठाने के
उसके बेढब प्रयासों को देखते
उससे बड़ी उम्र की एक औरत
मुँह बिचकाती है

उसके पल्लू को
अँगुली से लिपेटती
साथ-साथ ठुमकती है
घर की एक
छोटी औरत.