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"सीढ़ियाँ / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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02:48, 17 जुलाई 2011 के समय का अवतरण


सीढ़ियों पर सीढ़ियाँ
चढ़ती ही जाती हैं पीढ़ियाँ
पता नहीं
कोई कभी पहुँची भी कहीं
अथवा एक ही घर में,
ऊपर नीचे के गोल चक्कर में
घूमती रही हैं, जैसे
कोल्हू में जुते भैंसे