भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"विश्राम / रमेश कौशिक" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रमेश कौशिक |संग्रह = मैं यहाँ हूँ / रमेश कौशिक }} <poem>…) |
|||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
}} | }} | ||
<poem> | <poem> | ||
− | |||
− | |||
− | |||
एक पंख सूरज | एक पंख सूरज | ||
एक पंख चाँद | एक पंख चाँद |
16:25, 25 जून 2010 के समय का अवतरण
एक पंख सूरज
एक पंख चाँद
बहुत तेज उड़ता है
समय का यान ।
आओ इसके पंखों को काटें
गति दें थाम
हारे-थके जीवन को
करने दें
युग-युग विश्राम।