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"स्मृति-पिता / वीरेन डंगवाल" के अवतरणों में अंतर
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00:59, 19 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण
एक शून्य की परछाईं के भीतर
घूमता है एक और शून्य
पहिये की तरह
मगर कहीं न जाता हुआ
फिरकी के भीतर घूमती
एक और फिरकी
शैशव के किसी मेले की
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