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"आमंत्रण / मनोज श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर

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दौड़-दौड़
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पगड़ी उतार
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आवाज़ दे रहा है--
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मैं आ रहा हूँ
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आ ही रहा हूँ
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बस, आ ही रहा हूँ.

16:16, 9 जुलाई 2010 के समय का अवतरण


आमंत्रण

एक गंवई
गाँव कोसने आए
लल्लू टाई वाले के
आमंत्रण पर,
उछल-उछल
दौड़-दौड़
पगड़ी उतार
आवाज़ दे रहा है--
मैं आ रहा हूँ
आ ही रहा हूँ
बस, आ ही रहा हूँ.