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"तीनों बन्दर बापू के / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर

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       सर्वोदय के  नटवरलाल
 
       सर्वोदय के  नटवरलाल
 
 
         फैला दुनिया भर में जाल
 
         फैला दुनिया भर में जाल
 
 
         अभी जियेंगे ये सौ  साल
 
         अभी जियेंगे ये सौ  साल
 
 
         ढाई  घर  घोडे की  चाल
 
         ढाई  घर  घोडे की  चाल
 
 
         मत पूछो तुम इनका हाल
 
         मत पूछो तुम इनका हाल
 
 
         सर्वोदय के    नटवरलाल
 
         सर्वोदय के    नटवरलाल

03:18, 17 मई 2007 का अवतरण

रचनाकार: नागार्जुन


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बापू के भी ताऊ निकले तीनों बन्दर बापू के !

सरल सूत्र उलझाऊ निकले तीनों बन्दर बापू के !

सचमुच जीवनदानी निकले तीनों बन्दर बापू के !

ग्यानी निकले, ध्यानी निकले तीनों बन्दर बापू के !

जल-थल-गगन-बिहारी निकले तीनों बन्दर बापू के !

लीला के गिरधारी निकले तीनों बन्दर बापू के !

      सर्वोदय के   नटवरलाल
       फैला दुनिया भर में जाल
       अभी जियेंगे ये सौ  साल
       ढाई  घर  घोडे की  चाल
       मत पूछो तुम इनका हाल
       सर्वोदय के    नटवरलाल