"फुगडी" के अवतरणों में अंतर
(नया पृष्ठ: 1.आरीखाली पारी, पारीखाली मळा असा भाऊ भोळा, भोळा बायका केल्या सोळा…) |
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+ | आरीखाली पारी, पारीखाली मळा | ||
− | + | असा भाऊ भोळा, भोळा | |
− | + | बायका केल्या सोळा | |
− | + | केल्या तर केल्या पळू पळू गेल्या | |
− | + | पळता पळता मोडला काटा | |
− | + | शंभर रुपयाचा आला तोटा | |
− | + | शंभर रुपये ट्रंकेत ग ट्रंकेत ग | |
− | + | आमच्या फुगडया रंगात ग रंगात ग | |
− | + | पळीबाई पळी पितळेची पळी | |
− | + | माझ्यासंग फुगडी खेळती सोन्याची कळी | |
− | + | आमच्या फुगडया नेटाच्या नेटाच्या | |
− | + | चोळ्या शिवू या बेताच्या बेताच्या | |
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− | + | हंडयावर हंडा हंडयावर गंडा | |
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− | गंडयावर मोर माझ्यासंग फुगडी खेळते चंद्राची कोर | + | गंडयावर मोर माझ्यासंग फुगडी खेळते चंद्राची कोर |
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− | + | भाजी हाटता हटेना हटेना | |
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− | म्हातार्या माणसाला नटवेना | + | म्हातार्या माणसाला नटवेना |
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22:04, 25 अक्टूबर 2010 का अवतरण
1. आरीखाली पारी, पारीखाली मळा
असा भाऊ भोळा, भोळा
बायका केल्या सोळा
केल्या तर केल्या पळू पळू गेल्या
पळता पळता मोडला काटा
शंभर रुपयाचा आला तोटा
शंभर रुपये ट्रंकेत ग ट्रंकेत ग
आमच्या फुगडया रंगात ग रंगात ग
पळीबाई पळी पितळेची पळी
माझ्यासंग फुगडी खेळती सोन्याची कळी
आमच्या फुगडया नेटाच्या नेटाच्या
चोळ्या शिवू या बेताच्या बेताच्या
हंडयावर हंडा हंडयावर गंडा
गंडयावर मोर माझ्यासंग फुगडी खेळते चंद्राची कोर
भाजी हाटता हटेना हटेना
म्हातार्या माणसाला नटवेना
2. नदीकिनारी बंगला ग
पाणी झुळ झुळ जाय
माशान मारला डंका ग
पाणी झुळ झुळ जाय
पाटलाची लेक गेली पाण्याला
तिथ फुलली जाय
नेसली पैठण शालू ग पोरी हसतील काय
मुखात रंगला विडा ग पोरी बघतील काय
बसायला बग्गी घोडा ग पोरी बसतील काय
अंगात गजनी चोळी ग पोरी घालतील काय....
3. तुपातल कारल अजिरल ग सई गोजिरल ग
कुण्या सुगरणीन रांदलय ग सई रांदलय ग
लीला सुगरणीन रांदलय ग सई रांदलय ग
लीलाचा पती रुसलाय ग सई रुसलाय ग
खुंटीवरचा शालू वार्यान गेला
समजाव सई समजाव ग
आपल्या पतीला समजाव सई समजाव ग
4. वेळू बाई वेळू कुपाकनी वेळू
गौर गेली सासरी आता काय खेळू ?
सोंडी बाई सोंडी माजघराची सोंडी
गौर गेली सासरी जागा झाली भोंडी|
5. चाफा बाई चाफा तेलंगी चाफा
जाईच लुगड वालाची चोळी
कांकण पोळी पुरणाची
हाती वाटी तुपाची, तुपाची
गडू बाई गडू, तांब्याचा गडू
गडूत होता पैसा
पैशाची घेतली जुडी
जुडी बाई जुडी, सांबाराची जुडी
माहेरचा डोंगा पाहून घेतली उडी| www.khapre.org से प्रतिबिम्बित