भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"त्रिभुज के बीच / सत्यनारायण सोनी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: <poem>मां पिता और भाई के त्रिभुज के बीच रेखाओं से टकराती एक बिंदु-सी ब…)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
<poem>मां
+
{{KKGlobal}}
 +
{{KKRachna
 +
|रचनाकार=सत्यनारायण सोनी
 +
|संग्रह=
 +
}}
 +
{{KKCatKavita‎}}
 +
<Poem>  
 +
माँ
 
पिता
 
पिता
 
और
 
और
पंक्ति 6: पंक्ति 13:
 
रेखाओं से टकराती
 
रेखाओं से टकराती
 
एक बिंदु-सी
 
एक बिंदु-सी
 +
 
बेटी,
 
बेटी,
 
आज भी
 
आज भी
तलाश रही द्वार।
+
तलाश रही द्वार ।
  
 
बेजान नहीं  
 
बेजान नहीं  
 
जबकि
 
जबकि
उसके पंख।
+
उसके पंख ।
 
</poem>
 
</poem>

01:16, 31 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण

 
माँ
पिता
और
भाई के
त्रिभुज के बीच
रेखाओं से टकराती
एक बिंदु-सी

बेटी,
आज भी
तलाश रही द्वार ।

बेजान नहीं
जबकि
उसके पंख ।