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"जिन्दगी / विनोद स्वामी" के अवतरणों में अंतर

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घास है  
 
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चर रहा है
थोड़ा -थोड़ा।
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थोड़ा-थोड़ा।
 
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20:55, 31 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण

ज़िन्दगी
घास है
जिसे
वक़्त का घोड़ा
चर रहा है
थोड़ा-थोड़ा।