भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अभ्यास / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=साँवर दइया
 
|रचनाकार=साँवर दइया
|संग्रह=हुवै रंग हजार / साँवर दइया
+
|संग्रह=हुवै रंग हजार / सांवर दइया
 
}}
 
}}
 
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
 
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]

02:36, 29 नवम्बर 2010 का अवतरण

ठाली बूली ठिठकारियोड़ी ठंड में
बै आवै
अभ्यास सारू

सारी-सारी रात
धोरां में धमाका
धूजै रेत

डरूं-फरूं लुगायां
कांई हुवैला रै सोच में मिनख
धक-धक करै छाती
चिरळी मार जागै
घरां में टाबर
संभाळै मा

देखै अर डरै
राजा बेटै रो बिछाणो
मूत सू आलो !