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छलकता और ही उनपर है आज प्यार का रंग
किसी ने किसीने दूध में केसर मिलाके छोड़ दिया
भले ही प्यार ने हमको बना दिया था गुलाब
उन्होंने आँख का काँटा बनाके छोड़ दिया
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