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मंज़िले-शौक़ ने अंजाम-ए-सफ़र देख लिया
हमने भी अज़्मे- मुसम्मम<ref>पक्के इरादे</ref> का असर देख लिया
और बढ़ता गया बेताब इरादों का हुजूम