भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
* [[फ़स्ल-ए-गुल खाक हुई जब तो सदा दी तू ने / शहजाद अहमद]]
* [[मैं अकेला हूँ यहाँ मेरे सिवा कोई नहीं / शहजाद अहमद]]
* [[गुजरने ही न दी वो रात मैंने / शहजाद अहमद]]
* [[शऊरे जात ने ये रस्म भी निबाही थी / शहजाद अहमद]]
* [[वो मेरे पास है क्या पास बुलाऊँ उसको / शहजाद अहमद]]
* [[शबे गम को सहर करना पड़ेगा / शहजाद अहमद]]
* [[ज़लाया था मैंने दिया किसलिए / शहजाद अहमद]]
* [[अपनी तस्वीर को आँखों से लगाता क्या है / शहजाद अहमद]]
* [[ईमाँ को एक बार भी जुम्बिश नहीं हुई / शहजाद अहमद]]
* [[जो शज़र सूख गया है वो हरा कैसे हो / शहजाद अहमद]]
* [[अब तक उसकी मुहब्बत का नशा तारी है / शहजाद अहमद]]
* [[धूप निकली है तो बदल की रिदा मांगते हो / शहजाद अहमद]]
* [[ये सोचकर की तेरी ज़वीं पर न बल पड़े / शहजाद अहमद]]
* [[बहुत ख़राब किया ख्वाहिशाते दुनिया ने / शहजाद अहमद]]
* [[आरज़ू की बेहिसी का गर यही आलम रहा / शहजाद अहमद]]
* [[जल भी चुके परवाने हो भी चुकी रुसवाई / शहजाद अहमद]]