भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
महिला हो मुखिया
कागज़ पर
 
'''नदिया'''
 
नदिया चली
तटों से गले मिल
पिया के घर
 
'''तारे'''
 
रास्ता दिखाते
जगमगाते तारे
रोड किनारे
 
'''उसूल'''
 
कैसा उसूल
पत्थरों के हवाले
मासूम फूल
</poem>
273
edits