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सुणनो ही चावैबाईसा अचपळा घणा तो सुण बाईसा बोछरड़ा घणाकाल थारै काळ हो बाई रा बाळ कुण बांका करैआज म्हारै काळ हैबाई रै लखणां सूं होणी होयां सरै।सगळा डरै।सागै सागै हा बाईसा जोधजवान।आगै लारै होग्या हां बाईसा ब्यावण सार परजातन्तर है।परणायोड़ा होता - तो, जन्तर है। न मन्तरहोतापण आदमी अ‘र नेता में टाबरां री मां घणो अन्तर।पीर रो पतियारो आदमी तो नेता बणैसासरै रो सीर पण - नेता! आदमी बणैओ किरयोड़ो काकड़ियोअ‘र नई बणैओ तातो ऊफणतो दूध लुगायां पूत जणैआ ताजी चूंटियो सी कायापण ऐड़ा जणै नईं जणैआ काची कंवळी कळी पात पळै मूळ बळैओ कुचामदी काचो मांस ठौड़ ठौड़ कळै ही कळै।राख राख्यो है मायतांडागळै रै ऊंचली मंडेरी माथैकुताऊं। बिल्लाऊं। डरतां।चील कांवळा दिन ऊगतो दीसै बेगो ढळैरात लू‘वैसामी अमावस सगै सोया में होरी है तूवै-तूवैसुगणी मां अ‘र सायर बापरूखाळी राख‘र कितराक दिन राखैमिनख पणै री रात पतच्यारूंमेर घात ही घात पोची पड़ती लागै।किण नै धीजै - किण नै पतिजै इण बेलड़ी रा तांतवाधीमी आंच बाड़ उपराकरबारै जावता लागै।मां रै पेट सूं पालणै में पालणै सूं आपरै पगां पर खीचड़ी बाईसा अकूरड़ी अ‘र अड़क बेल ज्यूं खदबदीजैदिन रात बधती जावैघेटियो सी सूदी आ भोळी जनताबळ्यो सरीर-चमगूंगी होयकपड़ां में - अ‘र कपड़ा सरीर में रोजीना तळी जरी नईं समावैबाईसा अबै हाथां न बाथां बाईसा ढाब्या नईं ढबै।सुणी हैऊलळयोड़ा गाडादळीजी बिचरयोड़ा भाण्डअ‘र गिरता ग्याब हथैळी लगायां कद थम्मया कद थम्मै।भतूळिये री चोटी सा चढ्रयां हैसिखरां फैरूं आं दिना बाईसा नूत राखी है अणूत समूचै गांव रै छोटै माट रा कुत्तर लेवै कानड़ाइयां लागै जाणै ढोल नै डंकै री उडीकचढ़ियोड़ै चंग नै चिमटी री।बाईसा चालती पून सूं कर लेवै बांथैड़ोबाईसा बाथ्यां आवण त्यार टांक लिया है पांयचा बगा दिया लूगड़ाछंटवालिया पट्टामुंडवा लीनी मींडी धारण कर लिया हैमरदाना भेस अबै बाईसा भोळा हिरणिया अ‘र सूदै सुशियां रो शिकार तो दिन धोळै ही आं‘ सिरसै चोरां कर लेवै।जच्चै जद चर लेवै।म्हारी या थांरी आपणी कांई चिकारी बाईसा नैकुण रोकैधाप‘ अर धीज कुण टोकै बिना हथियार निपट निहत्था बाईसा आपरी सागीड़ीसेंजोरी हतळ मार‘र मार नाखैशेरां नै सूरां नै।बाईसा बायरै रा घणा अणूता ही सोकीन है।बाईसा नै जद कद जठै-कठैअमूजो सतावै गरमी खावण लाग जावैबाईसा आपरै सरबती सरीर री हैसमूची की समूची सगळी री सगळी कादै में कळीजरी खिडक्यां खोल नाखैअ‘र बाईसा बण जावैजैपर रो हवामहलइण जगते दिवलै री जगजगाती लोय नै देख‘रए कुमाणस। कसमलकमीणा। कामी फिड़कलाआपरो धरम निभाणआपरै पतियारै री पत खातरपांख्यां फड़फड़ायआप-आप रै माजनै सारूआपरी पत रो बलिदान करण नै नेड़ा आ लागैपण पांख्यां खुंसायमाजनौ मराय भूंडियो मसळाय‘रपरा‘ मरैइस्या फिड़कलां रो बाईसा कांई करैजिसी करणी पार उतरणी?खाणो पीणो। खेलणो खाणो तोबाईसा रो धरम है।हंसणो-हंसाणोउम्मर सारू ओपतो।बाईसा रा - सरावण जोगमिल्लण रा तरीका ना राम राम ना सलाम बस मिलता पाण हाथ मिलावणोहाय हाय, हल्लो हल्लोपुट्ठै पर हळत मार‘र ईयां सी फरमावणो‘सुणावो यार’ कांई बात है।ओ मोरयोड़ो सूकी सिट्टीओ रांदयोड़ो बासी धान आ कुत्तां लिक्की खीर आपणै गांव री गुवाड़ री तो कोनी लागी।लोकलाज बिसराय अठीनै बठीनै भागैबाईसा गळी भूलग्या लागै।रूपरूड़ी बाईसा री ओडकी में थोड़ो पोदीनो होमाथै - ऊं उतरी ओडकी रो पल्लो उघाड़यो‘र उघाड़योलोग पोदीनो चूंट अ‘रचटणी बणार चाटग्याबाईसा रा बोरिया बिखरग्या बाईसा अचपळा घणा बाईसा बोछरड़ा घणा।
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