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त्यति रूखो कहिल्यै नबनाऊ
पराईलाई अँगालो हाल्न नसकूँ!
 
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'''[[ऊँचाई / अटल बिहारी वाजपेयी|इस कविता का मूल हिन्दी पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ]]'''
</poem>
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