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जाने क्या हो गया, कि<br />सूरज इतना लाल हुआ।<br /> प्यासी हवा हाँफती<br />फिर-फिर पानी खोज रही<br />
सूखे कण्ठ-कोकिला, मीठी<br />
बानी खोज रही<br />