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Kavita Kosh से
आ, सोने से पहले गा लें !
काल-प्रहारों से उच्छशृंखलउच्छृंखल,
जीवन की लड़ियाँ विशृंखल,
इन्हें जोड़ने को, आ, अपने गीतों की हम गाँठ लगा लें !
आ, सोने से पहले गा लें !
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