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मस्त मेले / आरागों

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<poem>
 
'''मस्त मेले'''
 
हमने देखे साइकिल पर सवार
हमने देखे घोड़ियों के दलाल
हमने देखे ध्वस्त होते नैतिक मूल्य
और भागते हुए जीवन से छह-चार-दो
 
</poem>
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
 
/तनाव-76 अक्टूबर-दिसम्बर 2000 में प्रकाशित/
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