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शमशाद इलाही अंसारी/ परिचय

2 bytes removed, 06:43, 2 सितम्बर 2009
वर्तमान: हराम की खायी नहीं, हलाल की मिली नहीं, विवश होकर बड़े भाई ने दुबई बुला लिया मार्च 2002 में, 3-4 दिनों में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी मिल गयी, बस काम करता गया पद भी बढ़ता गया.ताज अल मुलूक जनरल ट्रेडिंग एल०एल०सी० दुबई- संयुक्त अरब अमीरात में एडमिन एण्ड एच० आर० मैनेजर पद पर कार्यरत मार्च 2009, उस समय तक, जब तक अंन्तराष्ट्रिय आर्थिक मन्दी की मार पड़ती, लिहाजा लम्बे अवकाश जैसे साफ़्ट टर्मिनेशन का शिकार हूँ| आर्थिक मंदी का वर्तमान दौर मेरे जैसे कई कथित "अनुत्पादक" पदों को मेरी कंपनी में भी खा गया.इस बीच क़लम पुन: उठा ली है. दिल्ली से संचलित कट्टरपंथी इस्लाम का विरोध करने वाली एक वेब साईट न्यु एज इस्लाम.काम www.newageislam.org के लिये कई लेख,टिप्पणियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं. मेरा ब्लाग भी है,बस गूगल में मेरा नाम सर्च करें, काफ़ी मसाला मिलेगा. मेरी पत्नी ज़किया भी यहीं एक स्कूल में कार्यरत हैं और बेटी भी यहीं पढ़ती है.
 भविष्य की योजनाएँंयोजनाएँ: अपने पिता के जीवन और प्रवासी जीवन के मनोविज्ञान पर शीघ्र ही उपन्यास लिखने की योजना है।
आकांक्षा: बस एक लेखक की हैसियत से मरुं।