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गौतम राजऋषि

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* [[हर लम्हा इस मन में इक तस्वीर यही तो सजती है / गौतम राजरिशी]]
* [[हमारे हौसलों को ठीक से जब जान लेते हैं / गौतम राजरिशी]]
* [[चीड़ के जंगल खड़े थे देखते लाचार से / गौतम राजरिशी]]
* [[रात भर चाँद को यूँ रिझाते रहे / गौतम राजरिशी]]
* [[खुद से ही बाजी लगी है / गौतम राजरिशी]]
* [[है मुस्कुराता फूल कैसे तितलियों से पूछ लो/ गौतम राजरिशी]]
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