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"औरत-3 / किरण येले" के अवतरणों में अंतर
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औरत
नाख़ून बढ़ाती है
और
ज़िन्दगी भर उन पर
रंग लगाने बैठती है ।
मूल मराठी से अनुवाद : सूर्यनारायण रणसुभे