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"हमदम / गुलज़ार" के अवतरणों में अंतर
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− | आजकल मेरे दिल मे एक अजीब सी उलझन है
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− | कारण जानना चाहा तो लिखा अपने दिल को एक खत
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− | और माँगा जबाब उसका .............
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− | कुछ देर के इन्तेजार के बाद जबाब आया
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− | जो कुछ इस तरह था ..........
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− | बहुत बुरा हाल है,हमारा इनदिनों
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− | पहले तो एक जिस्म मे धडकते थे
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− | अब दो जिस्मो मे धडकना पड़ता है
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− | कौन सा अपना है जानने के लिए
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− | दिन रात भटकना पड़ता है
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− | एक दिन यु ही भटकते भटकते
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− | एक दिल से मुलाकात हो गयी
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− | अजनबी थी वो मगर जानी-पहचानी सी लगी
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− | मैने उससे उसके भटकने का कारण पूछा
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− | तो पता चला उसे भी दो जिस्मो मे धडकना पड़ता है
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− | कौन सा अपना है जानने के लिए दिन रात भटकना पड़ता है
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− | बातो बातो मे पता चला मै उसके और वो मेरे जिस्म मै धड़कती है
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− | तो हमने तय किया की हम एक हो जाते है ............
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− | और अब तुम दोनों भी एक हो जाओ .................
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− | aditya kashyap
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08:36, 17 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण