भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शुक्र है ख़ुदा का / ओरहान वेली" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=ओरहान वेली |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} Category:तुर्की भाषा …) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:25, 26 दिसम्बर 2010 का अवतरण
|
शुक्र है ख़ुदा का कि एक और शख़्स है इस मकान में,
साँसे हैं
और है किसी के क़दमों की आहट,
ख़ुदा का शुक्र है ।