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हम सारी चिड़ियों को मारेंगे
सब, सभी, कौओं ने कहा अँधेरे में
और
रात के सन्नाटे में मैंने सुना
मेरे बाग में कोई मेरी चिड़ियों को मार रहा है ।
मैं जानता हूँ
अब मेरे सवेरे गीत रहित होंगे
और मैंने महसूस किया
मेरी अन्तरात्मा को जकड़ लिया है
दुखी गीतों ने ।
सब, सभी चिड़ियों को, उन्होंने कहा
और मुझे लगा
फड़फड़ा रहे हैं उदास पंख
मेरे चारों ओर
और
उनके बीच मुझे घूर रही है
एक कौए की कुपित दृष्टि ।
मैंने उससे पूछा,
कौए, तुम क्या देख रहे हो
मैंने अपनी खोपड़ी के पीछे
कोई चिड़िया नहीं छुपाई है ।
सब, सभी चिड़ियाँ
हम उन सभी को मार डालेंगे, उसने कहा ।
और मैं डर गया कि
कभी किसी रात उदास सपनों से
वह मेरी खोपड़ी को चीर देगा
और फिर जाँच करेगा
अपनी उनमत्त चोंच से
मेरे ख़यालों के घोंसले में
कहीं छुपी तो नहीं बैठी
कोई रहस्यमयी गाने वाली चिड़िया ।
सब, सभी चिड़ियाँ, वह कहेगा ।
अब मुझे लग रहा है
हर तरफ़ मेरी गर्दन पर
कौओं की कुपित दृष्टि है ।
कोई चीज़
मेरे अन्तःकरण में चुभ रही है
मेरी आत्मा एक मारी गई चिड़िया है ।
सब, हम सभी को मार डालेंगे, सारी चिड़ियाँ,
कौए बोल रहे हैं
उदास आकाश के नीचे ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय