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"मन है / माहेश्वर तिवारी" के अवतरणों में अंतर

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00:03, 3 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

आज गीत
गाने का मन है
अपने को
पाने का मन है

अपनी छाया है
फूलों में
जीना चाह रहा
शूलों में

मौसम पर
छाने का मन है

नदी झील
झरनों सा बहना
चाह रहा
कुछ पल यों रहना

चिड़िया हो
जाने का मन है