भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"वनै वनै काफल किलमड़ौ छ / गुमानी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= गुमानी }} {{KKCatKavita}} <poem> वनै वनै काफल किलमड़ौ छ वाड़ा …)
 
(कोई अंतर नहीं)

03:14, 24 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

वनै वनै काफल किलमड़ौ छ
वाड़ा मुड़ि कोमल काकड़ो छ
गोठन में गोरु लैण बाखड़ो छ
थातिन में है उत्तम उपरड़ो छ